A kavi sammelan cum Mushaira was held under the auspices of Vichar Goshti in Surat . I also sang my gazal ! --- सूरातकी संस्था " विचार गोष्टी " की निश्रामे। एक कवि सम्मेलन और मुशायरेका आयोजन कुछ वक्त पहले कीया गया था। तो हमने भी हमारी एक गजल पेश कीथी .।
No comments:
Post a Comment